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Border ki Deshbhakt Mahila|बॉर्डर की देशभक्त महिला

Border ki Deshbhakt Mahila: एक समय की बात है।  भारत देश की सीमा पर एक गांव बसा हुआ था।  यह पाकिस्तान के सीमा से सटा हुआ गांव था।  उसे गांव में बहुत कम लोग रहते थे।  एक रात कुछ आंतकवादियों ने उसे गांव पर कब्जा कर लिया और वहां पर लूटपाट मचा दी।  Border ki Deshbhakt Mahila

Border ki Deshbhakt Mahila|बॉर्डर की देशभक्त महिला

Border ki Deshbhakt Mahila

 एक समय की बात है।  भारत देश की सीमा पर एक गांव बसा हुआ था।  यह पाकिस्तान के सीमा से सटा हुआ गांव था।  उस गांव में बहुत कम लोग रहते थे।  एक रात कुछ आंतकवादियों ने उस गांव पर कब्जा कर लिया और वहां पर लूटपाट मचा दी।  Border ki Deshbhakt Mahila

 गांव के एक आदमी ने पुलिस को सूचना दिया।  पुलिस ने सैनिकों को सूचित किया।  सूचना मिलते ही सैनिक के बटालियन आतंकवादियों से निपटने के लिए चल पड़े। Social Medis

 बरसात का मौसम था।  घनघोर वर्षा हो रही थी।  साथ ही जंगली रास्ता होने के कारण आने में बहुत दिक्कत हो रही थी।  अगल-बगल बहुत सारी छोटी नदियों में पानी तूफान मार रही थी।  आने-जाने के लिए बने हुए पुल टूट गए थे। Border ki Deshbhakt Mahila

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 लेकिन इन सैनिकों को नदी पार करके उसे गांव तक पहुंचना था लेकिन नदी को पार कैसे करेंगे,क्योंकि फूल तो टूट गए थे ?

 सैनिकों ने बहुत सोचा ,कई प्रकार की कोशिश किया,लेकिन वह नदी पार न कर सके। 

 सैनिकों ने देखा कि पास में एक झोपड़ी है, तो वहां जाकर उसे सहायता मांगने को सोची। वहां पहुंचने पर सैनिकों को उस झोपड़ी में एक महिला दिखाई पड़ी।  महिला वहां रहती थी और अपने दिन भर के काम को निपटाकर इसी झोपड़ी में आराम करती थी। 

Border ki Deshbhakt Mahila

 उस महिला के पास रहने का और कोई दूसरा घर नहीं था। Border ki Deshbhakt Mahila

 सैनिकों ने जब बात बताई कि आतंकवादी गांव पर कब्जा कर चुके हैं और हमें फौरन वहां पहुंचना है, इसके लिए यह नदी पार करने के लिए कुछ लकड़ियों की हमें आवश्यकता होगी जिसके कारण हम नदी को पार कर पाएंगे। 

 सैनिकों ने कहा कि आपकी झोपड़ी में लगी हुई लकड़ियाँ हमारे काम आ सकते हैं, अगर आपकी इजाजत हो, तो मैं इन लकड़ियों से जाने के लिए एक पुल  बना सकूं। Border ki Deshbhakt Mahila

 महिला ने पहले कुछ सोचा, फिर उसने कहा कि मेरी झोपड़ी तो दोबारा बन सकती है, मैं इसे दोबारा फिर से बना लूंगी। 

 लेकिन इन आतंकवादियों से गांव को मुक्त करना जरूरी है, इसलिए आपको जितना लकड़ी की जरूरत है, आप यहां से ले जाइए और जाकर अपना काम पूरा करिए। 

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 सैनिकों ने झोपड़ी में लगी हुई लकड़ियों को लेकर जल्दी ही नदी पर एक पुल का निर्माण कर दिया।  अब सारे सैनिक पुल से होकर जल्दी ही उस गांव में पहुंच गए। Border ki Deshbhakt Mahila

 वहां पहुंचकर उन्होंने आतंकवादियों से मुकाबला किया और उन्हें मार गिराने करने में कामयाब हो गए।  जल्दी ही उस गांव को आतंकवादियों से मुक्त करा दिया गया। Border ki Deshbhakt Mahila

 सैनिकों ने आतंकवादियों को खत्म करने के बाद वहां से लौट गए। 

 लौट कर उसने उस महिला के पास जाकर बहुत धन्यवाद दिया।  सैनिकों ने उस महिला से कहा कि आप ही इस देश के सबसे बड़े देश भक्त हैं।  Border ki Deshbhakt Mahila


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